‘जवाबदेही’ की जबर्दस्त लांचिंग
पहली ही ग्राम सभा में दिखा असर, ग्रामीणों ने दागे सवाल और सेवा प्रदाताओं ने दिए जवाब, विभिन्न मसलों पर हुई जोरदार बहस, कलक्टर ने किया ग्राम सभाओं का निरीक्षण
चूरू, 24 फरवरी। संवेदनशील और पारदर्शी प्रशासन के लिए एक अनूठी पहल के रूप में चूरू जिले में लागू किए गए ‘जवाबदेही’ कार्यक्रम की गुरुवार को जबर्दस्त लांचिंग हुई। जिला कलक्टर विकास एस भाले की पहल पर शुरू हुए ‘जवाबदेही’ कार्यक्रम का पहला ही दिन जोरदार रहा और जिलेभर में हुई ग्रामसभाओं में समुदाय निगरानी दल के सदस्यों के साथ-साथ आम ग्रामीणों ने ऎसे-ऎसे सवाल दागे कि सेवा प्रदाता कर्मचारी-अधिकारियों के लिए जवाब देना ही मुश्किल हो गया। विभिन्न विभागों की सेवाओं पर ग्रामीणों ने निष्पक्ष और खरी-खरी टिप्पणी करते हुए सेवा प्रदाताओं को आईना दिखाया तो कई मसलों पर ग्रामीणों व कर्मचारियों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में जोरदार बहस हुई।
जिला कलक्टर विकास एस भाले सहित विभिन्न अधिकारियों ने ग्रामसभाओं का निरीक्षण किया। चूरू पंचायत समिति के खासोली ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जिला कलक्टर की मौजूदगी में ही शुरू हुई ग्राम सभा में समुदाय निगरानी दल (सीएमटी) के सदस्यों और ग्रामीणों ने गांव की स्कूल, आंगनबाड़ी, हॉस्पिटल, ग्राम पंचायत की सेवाओं और समाज कल्याण व कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में पूछताछ की। ग्रामीणों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सेवाओं की सराहना की लेकिन शिक्षा में गुणवत्ता का सवाल उठाया। ग्रामीणों के सवाल पर पीएचसी प्रभारी डॉ एमएस खान ने बताया कि यहां शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीपीएल को दी जा रही सुविधाओं का फायदा लेने के लिए ग्रामीणों को बीपीएल मेडिकल कार्ड लेकर हॉस्पिटल आना चाहिए। पूर्व प्रधान हरलाल सहारण ने पीएचसी खासोली के एक चिकित्सक की जिला अस्पताल में की गई प्रतिनियुक्ति को निरस्त करने की बात कही।
जिला कलक्टर भाले ने इस मौके पर कहा कि ग्राम सभा को संवैधानिक दर्जा प्राप्त है, इसलिए ग्राम सभा सदस्य के रूप में आम ग्रामीण के पास भी बहुत ताकत है। हम यह चाहते हैं कि इस ताकत का अहसास लोगों को हो और वे स्वयं जनहित से जुड़े मुद्दों पर सवाल उठाने के लिए आगे आएं। इसीलिए यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। ‘जवाबदेही’ ग्रामसभा की सफलता पर खुश नजर आ रहे कलक्टर भाले ने कहा कि पहले दिन की सफलता को देखते हुए कहा जा सकता है कि अपने अधिकारों और सुविधाओं के प्रति लोगों में चेतना जगाने के लिए की गई इस पहल के और सार्थक परिणाम सामने आएंगे तथा आने वाले महीनों में जिला पारदर्शी, संवेदनशील और जवाबदेह प्रशासन के लिए एक मिसाल बन जाएगा। जिला कलक्टर ने इस मौके पर जागरुक ग्रामीण ईश्वर सिंह को सीएमटी में सदस्य बनाने के निर्देश दिए। अतिक्रमण के सवाल पर जिला कलक्टर ने कहा कि ग्राम सभाओं व ग्राम पंचायत की बैठकों में प्रस्ताव लेकर ग्राम पंचायत अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करें। जिला स्तर से किसी मदद की जरूरत हो तो वे हमेशा तैयार हैं। ग्रामीणों द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के बारे में पूछे जाने पर कलक्टर ने कहा कि इच्छुक ग्रामीण अभी फार्म भरकर दे देवें, वे तुरंत आवेदनों की जांच करवाकर निस्तारण करा देंगे। जिला कलक्टर ने कहा कि अब प्रत्येक माह के अंतिम गुरुवार को प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जवाबदेही ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा। ग्राम सभा का संचालन करते हुए पर्यवेक्षण अधिकारी तहसीलदार प्यारेलाल डूडी ने विभिन्न योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी। इस दौरान एसपीटी सदस्यों द्वारा पंचायत भवन के नियमित खुलने, कर्मचारियों की उपस्थिति, नरेगा में जॉब व भुगतान की स्थिति, स्कूलों के खुलने का समय, शिक्षकों की उपस्थिति, आंगनबाड़ी केंद्र की सेवाओं, सामाजिक अंकेक्षण, स्थाई समितियों व ग्राम सभा की बैठकों, स्थाई समिति के कार्यों, पोषाहार, परीक्षाओं की गुणवत्ता, टीकाकरण सहित विभिन्न सवाल उठाए गए, जिन पर संबंधित सर्विस प्रदाता द्वारा जवाब दिए गए। ग्रामीणों ने सेवा प्रदाताओं के जवाब पर अपनी राय जाहिर की। जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र बुढानिया, सरपंच चंद्रावती, ईश्वर सिंह, संजय, शीशराम, मंगलचंद डाबला, धर्मपाल, उम्मेद सिंह ने विभिन्न जनसमस्याओं पर अपनी राय जाहिर की। जिला कलक्टर ने झारिया ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सरपंच एवं सीएमटी अध्यक्ष भंवर लाल स्वामी की अध्यक्षता में ‘जवाबदेही ग्राम सभा का निरीक्षण किया। झारिया में सभी सीएमटी सदस्य और गांव के लोग सभी सेवा प्रदाताओं से संतुष्ट नजर आए। ग्रामीणों ने कहा कि सभी कार्यालय समय पर खुलते हैं और सेवाएं संतोषजनक हैं। खासोली और झारिया के अलावा जिले की मिखाला, लूणास, नेशल, नीमा, आसपालसर बड़ा, भोजूसर उपा. लोहा, आलसर, लोढसर तथा लालगढ पंचायतों में हुई ग्राम सभाओं की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।
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